सत्य सनातन की खोज मैं भटकते एक राही को श्री माँ जगत-जननी नित्य तृप्ता पराम्बा श्री राज- राजेश्वरी श्रीबाला त्रिपुर-सुंदरी ( जय माँ ) ने सहारा दिया और सदगुरु पंडित श्री ग्वाल दत्त जी व्यास ने मार्ग दर्शन !
अरुण किरणजालै: रञ्जिताशावकाशा, विधृतजपवटिका पुस्तकाभितिहस्ता | इतरकरवराढया फ़ुल्लकल्हारसंस्था, निवस्तु हृदि बाला नित्यकल्याणशीला ||
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें